चौखो-चौखो रंगीलो, सतरंग्यो फूल्यो-फूल्यो, ओ सुहावण'र गळा में, साजण हालर झूल्यो। --------------संगीत------------ ओ लड़ली लूमा-झूमा ऐ, लड़ली लूमा-झूमा ऐ, म्हारो गोरबन्द नखराळो, आलिजा! म्हारो गोरबन्द नखराळो। ओ लड़ली लूमा-झूमा ऐ, लड़ली लुम्म-झूमा ऐ, म्हारो गोरबन्द नखराळो, आलिजा! म्हारो गोरबन्द नखराळो। ----------------- संगीत ------------- हो...सास-नणद सा मोतीड़ा मंगाया, सास-नणद सा मोतीड़ा मंगाया, तो धागो इमै, तो धागो इमै रंग-बिरंगो पोयो-पोयो राज, म्हें तो पोयो-पोयो राज। म्हारो गोरबन्द नखराळो, आलिजा! म्हारो गोरबन्द नखराळो। ----------------- संगीत ---------------- हो...गोरबन्द गूँथती नै, औळ्यूँ थारी आवै, गोरबन्द गूँथती नै, औळ्यूँ थारी आवै, तो परदेसां, तो परदेसां सूँ ढोला थे भी आओ आओ राज थे भी आओ आओ राज, म्हारो गोरबन्द नखराळो, आलिजा! म्हारो गोरबन्द नखराळो। ओ लड़ली लूमा-झूमा ऐ, लड़ली लूमा-झूमा ऐ, म्हारो गोरबन्द नखराळो, आलिजा! म्हारो गोरबन्द नखराळो। ------------ गीतकार - सम्राट वर्मा ----------